ईचागढ़ में अवैध खनन और बालू ढुलाई का मुद्दा कोई नया नहीं है, लेकिन 18 नवंबर की रात हुई घटना ने इसे फिर एक बार उग्र रूप दे दिया है। तरुण महतो पर लगे आरोप, उनकी कथित गिरफ्तारी और पत्नी द्वारा लगाए गए गंभीर आरोप मामले को बेहद संवेदनशील बना देते हैं। प्रशासन की चुप्पी और विरोधाभासी कार्यवाही लोगों के मन में और भी संदेह पैदा कर रही है। स्पष्ट है कि यदि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो क्षेत्र में बढ़ती अवैध गतिविधियाँ भविष्य में बड़े सामाजिक और राजनीतिक संकट को जन्म दे सकती हैं।