जीवन में भले एक ही मित्र हो पर वो हो अंगराज कर्ण जैसा।
हार व मृत्यु सुनिश्चित है ये जानते हुए भी अपनी अंतिम सांस तक अपने मित्र का साथ ना छोड़ने वाला, मित्र धर्म के पालन में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाला कर्ण।
#मित्रता_दिवस की शुभकामनाएं। rahulrajrkms
Vidisha Nagar, Vidisha | Aug 7, 2022