दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली है, नादान न समझ ऐ बुजदिल इनको, लहरों ने बगावत कर ली है,
दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली है, नादान न समझ ऐ बुजदिल इनको, लहरों ने बगावत कर ली है,दरिया अब तेरी खैर नहीं बूंदों ने बगावत कर ली है, नादान न समझ ऐ बुजदिल इनको, लहरों ने बगावत कर ली है,