मुरैना नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है जहां निर्माण शाखा में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर फरियादी ने महापौर को आवेदन दिया था, लेकिन 6 दिन बाद भी महापौर के द्वारा भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिस कारण महापौर पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।