दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा कि बालिकाओं को आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सेडमैप (SEDMAP) के माध्यम से जिले की लगभग 100 बालिकाओं को नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण तेंदूखेड़ा स्थित आजीविका भवन एवं ओल्ड कलेक्ट्रेट परिसर में संचालित किया जा रहा है।