कुछ पुछड़ियों के पुछड़िया पार्टीगत सौदागर एवं इच्छाधारी मठाधीश सामाजिक संगठनों पर नकरात्मक प्रतिक्रिया देते फिर रहे हैं तो उन्हें जानकारी के लिए बता दूं कि आजादी से अबतक भारत देश में पर्दें के पीछे से कांग्रेस और भाजपा के रूप में सिर्फ आरएस
कुछ पुछड़ियों के पुछड़िया पार्टीगत सौदागर एवं इच्छाधारी मठाधीश सामाजिक संगठनों पर नकरात्मक प्रतिक्रिया देते फिर रहे हैं तो उन्हें जानकारी के लिए बता दूं कि आजादी से अबतक भारत देश में पर्दें के पीछे से कांग्रेस और भाजपा के रूप में सिर्फ आरएस - Khalilabad News