बुधवार 5 नवंबर शाम 5 बजे के आसपास मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है की रामरेखा महोत्सव में सिर्फ संगीत नहीं, बल्कि कला, संस्कृति, गौरवमयी इतिहास और समर्पण की एक झलक देखने को मिली। हर प्रस्तुति ने यह साबित किया कि सच्ची कला दिलों को जोड़ती है चाहे वह मीरा की भक्ति हो या राधा की प्रेम-भावना। मंच पर जब एसपी एम अर्शी और पूजा चटर्जी ने 'एक मीरा और एक राधा' की भ