जेएनयू चुनावों पर एबीवीपी अध्यक्ष मयंक पांचाल कहते हैं, "चुनाव आते ही वे पीड़ित कार्ड खेलते हैं। वे हर साल छात्रों को बरगलाते हैं और कहते हैं कि अगर वे उन्हें नहीं चुनेंगे, तो एबीवीपी सत्ता में आ जाएगी। बेशक, इस बार एबीवीपी चारों सीटें जीतने के लिए बाध्य है।"