"राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है, मैं एक ऐसा पागल हूँ,जो जेल में भी आजाद है"।
अमर शहीद भगत सिंह ,राजगुरु और सुखदेव जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
"राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है, मैं एक ऐसा पागल हूँ,जो जेल में भी आजाद है"।
अमर शहीद भगत सिंह ,राजगुरु और सुखदेव जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। - Chhattisgarh News