पशु चिकित्सा विकासखंड अधिकारी डॉ अमित शाक्य ने शनिवार शाम 4:00 बजे बताया कि पहले चरण में 151 गांव में 1475 पशुपालकों के 6455 पशुओं की गणना की थी। अब दूसरे चरण में 180 गांव में नस्ल सुधार ,दूध उत्पादन जेसी योजनाओं को लेकर सर्वेयर पहुंचेंगे। जहां 3336 पशुपालकों के 7847 गोवंश और 14168 भैंस की गणना होगी इसमें कुल 22014 पशु शामिल है।