एम्स भोपाल के ट्रॉमा और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग कीअसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा का मामला अब सिर्फएक मेडिकल इमरजेंसी नहीं , बल्कि संस्थान के भीतर केप्रशासनिक दबाव, कार्यसंस्कृति और विभागीय खींचतान परभी सवाल खड़े कर रहा है। डॉ. रश्मे ने ड्यूटी के बाद घरपर जहरीला इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया,जिसके बाद से वे एम्स में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।