जो जैसा कर रहा है वैसा भरेगा कर्मों का लेखा जोखा यही मिलेगा गाय मां कचरे में चारा खा रही है तो गरुड़ पुराण मैं सबके कर्मों का लिखा है आज बेजुबान विवस है कल तुम विवश हो होंगे