बांका की धरती पर इतिहास लिखा गया। जहाँ जनसमर्थन का अभूतपूर्व सैलाब उमड़ा और हर गली–हर मैदान “जवाहर झा ज़िंदाबाद” के नारों से गूंज उठा।
269.1k views | Banka, Banka | Oct 16, 2025 यह सिर्फ़ नामांकन नहीं था, यह परिवर्तन की शुरुआत थी। 20 हज़ार से अधिक लोगों की आवाज़ में एक ही नारा “बदलाव चाहिए, अबकी बार जवाहर झा चाहिए! यह भीड़ नहीं, यह जनक्रांति है जो बताती है कि बांका अब सत्ता नहीं, सेवा की राजनीति चाहता है। धन्यवाद बांका वासियों!