मकर संक्राति एवं अन्य पर्वों पर आमजन द्वारा पतंगबाजी में चाईनीज मांझे, प्लास्टिक व अन्य सिंथेटिक पदार्थ से बना मांझा या जहरीले पदार्थ जैसे लोहा, ग्लास इत्यादि के धागों का उपयोग किया जाता है। यह पक्षियों व मानव जीवन के लिये संकटापन्न है। इससे न केवल पक्षी बड़ी संख्या में घायल होते हैं बल्कि सड़क पर पैदल चलने वाले और दुपहिया वाहन पर चलने वाले राहगीरों का जीवन।