राष्ट्रीय लोक अदालत में पारिवारिक न्यायालय के माध्यम से आठ जोड़ों के बीच पति-पत्नी का सुलह समझौता कराया गया। जिला जज ने शनिवार शाम 4 बजे समझौता करने वाले सभी जोड़ों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने जोड़ों को नसीहत दी कि छोटी-मोटी बातों को घर पर ही सुलझाएं, ताकि उन्हें कोर्ट-कचहरी आने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने कहा कि न्यायालय अंतिम विकल्प है।