कई जीत बाकी है कई हार बाकी है,
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
यहां से चले हैं नई मंजिल के लिए,
यह तो एक पन्ना था अभी तो
पुरी किताब बाकी है।
Dushyant Chautala
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है,
अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
यहां से चले हैं नई मंजिल के लिए,
यह तो एक पन्ना था अभी तो
पुरी किताब बाकी है।
Dushyant Chautala - Nuh News