लगता है की ये मैडम पढ़ लिख कर अधिकारी बने है, जिस लैंग्वेज में बच्चों को जेल में डालने की धमकी दे रहे है।
क्या यही सुशासन है जहां अपना पक्ष रखने की भी आजादी नहीं है ?
लगता है की ये मैडम पढ़ लिख कर अधिकारी बने है, जिस लैंग्वेज में बच्चों को जेल में डालने की धमकी दे रहे है।
क्या यही सुशासन है जहां अपना पक्ष रखने की भी आजादी नहीं है ? - Bilaspur News