ग्वालियर में 25 दिसंबर की रात, जब ठंड अपने चरम पर थी, उसी वक्त मेला मैदान में संगीत की ऐसी आग जली जिसने हर किसी को थिरकने पर मजबूर कर दिया। गुरुवार रात करीब 8 बजे गौरव दिवस के मंच पर जैसे ही विश्व विख्यात गायक कैलाश खेर की आवाज गूंजी, पूरा ग्वालियर सुरों में डूब गया और यह शाम हमेशा के लिए यादगार बन गई।