देव दीपावली पर हरकीपौड़ी पर सोमवार रात 9 बजे करीब अलग ही नजारा देखने को मिला। शाम हुई गंगा आरती के बाद यहां हजारों दिए जलाए गए। इस मौके पर हर की पौड़ी को रोशनी से नहला दिया गया। मान्यता है कि भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर के वध के बाद देवताओं ने दीपावली मनाई थी। इस मौके पर घाटों पर दिए जलाए गए और जमकर आतिशबाजी भी की गई।