त्रयंम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग का अद्भुत रहस्य | Ashish The Knowledge | <nis:link nis:type=tag nis:id=ashishtheknowledge nis:value=ashishtheknowledge nis:enabled=true nis:link/> <nis:link nis:type=tag nis:id=shorts nis:value=shorts nis:enabled=true nis:link/> <nis:link nis:type=tag nis:id=Trimbakeshwar nis:value=Trimbakeshwar nis:enabled=true nis:link/> <nis:link nis:type=tag nis:id=shiv nis:value=shiv nis:enabled=true nis:link/>
त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्रयंबक गांव में स्थित है, जहाँ ब्रह्मगिरि पर्वत से पवित्र गोदावरी नदी का उद्गम होता है। मंदिर के गर्भगृह में तीन छोटे-छोटे लिंग विराजमान हैं, जो ब्रह्मा, विष्णु और शिव के प्रतीक माने जाते हैं। गौतम ऋषि और गोदावरी नदी की प्रार्थना से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने यहाँ वास किया और 'त्रयंबकेश्वर' नाम से प्रसिद्ध हुए। ब्रह्मगिरि पर्वत पर चढ़ने के बाद रामकुंड, लक्ष्मणकुंड और गोमुख के दर्शन भक्तों को अलौकिक अनुभव कराते हैं।