मुरादाबाद: स्वतंत्रता सेनानी भवन में कार्यक्रम का भव्य आयोजन
मुरादाबाद में रविवार 1:00 बजे में हिंदी साहित्य का गढ़ रहा है, जहां तुलसीदास से लेकर ज्वाला दत्त शर्मा तक ने साहित्य को समृद्ध किया। भारतेंदु युग में शालिगराम वैश्य, बलदेव प्रसाद मिश्र जैसे साहित्यकारों ने ख्याति पाई। 19वीं सदी में प्रेसों के विकास ने हिंदी लेखन को बल दिया। वर्तमान में भी साहित्यकार अपनी कृतियों से जनपद का नाम रोशन कर रहे हैं।