अपने बकलोल प्रतिनिधि को करारा जवाब...
मुझे सुबह से कई पत्रकार भाइयों के कॉल आ रहे हैं उनका सवाल है कि, "आपके यहां के प्रतिनिधि ने Rahul Gandhi जी पर निशाना साधा है, आपकी क्या प्रतिक्रिया है!" पहली बात कि हमलोग एक बकलोल से क्या ही उम्मीद करें? एक कहावत है ना कि कुत्ता अगर आपको काट ले तो आप कुत्ता को काट नहीं सकते! इसका मूंह नहीं नाली का ढक्कन है, जब खोलता है तो गंध ज़रूर निकलता है। प्रतिपक्ष के नेता के बारे में क्या और कैसे बात की जाती है ई बकलोलवा को पता ही नहीं है! उम्रदराज होने से कोई अक्लमंद नहीं हो जाता; ज़रूरी नहीं कि उम्र बढ़ने से बुद्धि भी बढ़े! एक बकलोल बचपन में जैसा होता है जीवन भर वैसा ही रहता है। हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसा बकलोल हमारा प्रतिनिधि है।