एक समय था जब नफरत और जुल्म के खिलाफ हमारे बॉलीवुड के कई सितारों की आवाजें उठती थी। अब जब नफरत और जुल्म चरम सीमा पर है, और देश की सभ्यता ही खतरे में है, तब उनमें से कई आवाजें शांत हो गई हैं, या यौं कहिए कि शांत कर दी गईं।
एक समय था जब नफरत और जुल्म के खिलाफ हमारे बॉलीवुड के कई सितारों की आवाजें उठती थी। अब जब नफरत और जुल्म चरम सीमा पर है, और देश की सभ्यता ही खतरे में है, तब उनमें से कई आवाजें शांत हो गई हैं, या यौं कहिए कि शांत कर दी गईं। - Nawada News