जिसको पकड़कर जेल में डालना था वो आजाद घूम रहा है। जिनके सम्मान की रक्षा करनी थी उनको दिल्ली की सड़कों पर घसीटा जा रहा है। हमने "हिटलर के राज" के बारे में सुना था लेकिन अब ये देख कर लग रहा है क्या ऐसा भी हो सकता है,आजाद भारत में,
जिसको पकड़कर जेल में डालना था वो आजाद घूम रहा है। जिनके सम्मान की रक्षा करनी थी उनको दिल्ली की सड़कों पर घसीटा जा रहा है। हमने "हिटलर के राज" के बारे में सुना था लेकिन अब ये देख कर लग रहा है क्या ऐसा भी हो सकता है,आजाद भारत में, - Hasanpur News