मोदी सरकार की पूर्ण रूप से विदेश नीति विफल साबित हुई है ,इसका कारण है की विदेश नीति को तैयार करने में विपक्ष से कभी सलाह मशवरा नहीं लिया। नेता विरोधी दल को राष्ट्रपति पुतिन से ना मिलवाना प्रधान मंत्री मोदी के अंदर असुरक्षा की भावना प्रदर्शित करता है।