ग्राम कमोदवाडा व अन्य गांवों से आए ग्रामीणों ने स्थानीय तालाब पर मछली पालन करने का पट्टा बाहरी व्यक्ति को मिलने पर आपत्ति दर्ज कराई है, ग्रामीणों ने कहा कि हमारे अधिकार रौंदे जा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा की पुरखों ने जिस जमीन पर खेती किसानी करते थे और तालाब के कारण जमीन डुब में जाने पर तालाब पर मत्स्य पालन करने के लिए हज्ञारा हक पहले बनता है जो छीना जा रहा।