गरोठ: गरोठ में 20 लाख रुपए के इनाम वितरण के साथ गरबा समापन, बांस-बल्ली के पंडाल से आधुनिक गरबों तक का सफर
नवरात्र का पर्व आते ही गरोठ का गरबा पूरे मालवांचल का आकर्षण बन जाता है। जो आयोजन 1984 में कुछ दोस्तों ने बांस की बल्लियों और कपड़े से सजे साधारण पंडाल में ढोल की थाप पर शुरू किया था, आज वही गरोठ की पहचान और मालवा की सांस्कृतिक धड़कन बन चुका है l