मंसूरचक: डॉ. पुंडरीक शास्त्री: धर्म नहीं है तो मनुष्य कहलाने का अधिकार नहीं
मनुष्य के पास अगर धर्म नहीं है तो वह मनुष्य कहलाने कि अधिकारी नहीं है:डॉ.पुंडरीक शास्त्री प्रखंड के नैपुर मानशाही गाँव में श्री सत चण्डी महायज्ञ में कथावाचक डॉ.पुंडरीक शास्त्री जी महाराज ने अपने मुखारविंद से कहा की सत्संग का आयोजन में जाने से आत्मा तृप्त हो जाती है।इसमें लोग स्वयं आकर निर्मित होते हैं ।