कनाड़िया: छठ पर्व के तीसरे दिन व्रतधारियों ने सूर्य को अर्घ्य दिया
व्रतधारी महिलाओं ने कहा की यह परंपरा शास्त्र संगत है। वैसे इस व्रत को लेकर यह कहा जाता है कि यह व्रत पांच पांडवों की माता कुंती पर जब कष्ट आया था तब उन्होंने किया था तभी से यह परंपरा है। अब महिलाएं इस व्रत को अनेक प्रकार की मनोकामनाएं कर करती हैं। महिलाओं ने मिट्टी के बने चूल्हे पर गन्ने के रस में बने हुए चावल की खीर के साथ दूध, चावल का पिठ्ठा और घी चुपड़ी र