सरकार का कार्यकाल तो निराशाजनक रहा। कोई भी सरकार प्रारंभिक दिनों में योजनाएं एक्स बनाना समझना करना समय लग सकता है। जिसको हनीमून पीरियड कहते हैं। अमूमन 100 दिन माना जाता है। तो 100 दिन के बाद छ महीने भी पकड़ लीजिए। यहां तो 24 महीने से ज्यादा निकल गए। और जमीन पे सरकार की पकड़ नहीं दिख रही है काम कराने की। चाहे आप खाद की उपलब्धता को देखिए। चाहे अभी वर्तमान में