थूक जिहाद की चर्चा गोदी मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी,पर मूत्र धर्म युद्ध पर बिना जांच करायें सिरे से क्यों खारिज कर रहे हैं? अब लगता है गंगा जल से ज्यादा पवित्र जाति विषेश का मूत्र हो गया है। शिवराज सिंह चौहान द्वारा पीड़ित का पांव पघारने के बाद भी स्थितियों में कोई सुधार नहीं, क्योंकि पांव पघारने वाले नेता पिछड़े समाज से थे और पांव पसारने वाले नेता उन्हीं के,पर श्रेष्ठ समाज से?