समाज में जितना विद्वेष बढ़ेगा, आर्थिक स्थिति खराब होते जाएगी। ये लोग आपके बच्चों को या तो अत्याचारी बनाएंगे या भिखारी। तो समाज में विद्वेष फैलाने वालों से बचकर रहना है।
महलों से झोपड़ियों में चिराग जलनी चाहिए, झोपड़ियाँ नहीं। हमारा दायित्व
समाज में जितना विद्वेष बढ़ेगा, आर्थिक स्थिति खराब होते जाएगी। ये लोग आपके बच्चों को या तो अत्याचारी बनाएंगे या भिखारी। तो समाज में विद्वेष फैलाने वालों से बचकर रहना है।
महलों से झोपड़ियों में चिराग जलनी चाहिए, झोपड़ियाँ नहीं। हमारा दायित्व - Dumra News