सादर अभिवादन के साथ,
शुभ प्रभात,
अतिथि देवों भव।।
हमारे उपनिषद की एक लाइन ही नहीं बल्कि भारत की आत्मा है।
कल मैं हैदर गंज बाजार से गुजर रहा था, तभी एक पुलिस वाले को एक श्रद्धालु से अभद्रता करते देखा,
सादर अभिवादन के साथ,
शुभ प्रभात,
अतिथि देवों भव।।
हमारे उपनिषद की एक लाइन ही नहीं बल्कि भारत की आत्मा है।
कल मैं हैदर गंज बाजार से गुजर रहा था, तभी एक पुलिस वाले को एक श्रद्धालु से अभद्रता करते देखा, - Faizabad News