दमोह गुरुवार शाम 4 बजे कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ कृषि वैज्ञानिक बी.एल. साहू ने एडवायजरी जारी करते हुए बताया कि कोदो–कुटकी में भरपूर पोषण तत्व होते हैं, लेकिन यदि इनके आटे में फफूंद लग जाती है तो यह विषैला हो जाता है। फफूंद के कारण नीरोटॉक्सिन पॉइजन उत्पन्न होता है, जिसकी अधिक मात्रा सेवन करने पर जान का खतरा भी हो सकता है। उन्होंने आमजन से अपील की।