चंदिया, मानपुर और पाली के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नाम मात्र के इलाज तक सिमटकर रह गए हैं 30 बिस्तर क्षमता वाले इन केन्द्रों में वर्षों से विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद रिक्त हैं नतीजा यह है कि बुखार, कमजोरी और सिरदर्द जैसी सामान्य बीमारियों में भी मरीजों को उमरिया, शहडोल, कटनी और जबलपुर रैफर किया जा रहा है