उच्च शिक्षा के अभाव के कारण छात्र-छात्राएं पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं। गांव और आसपास के किसी भी क्षेत्र में हाई स्कूल या इंटरमीडिएट कॉलेज नहीं होने के कारण बच्चे उच्च शिक्षा के लिए पड़ोसी प्रदेश मध्य प्रदेश जाना पड़ता है, जिससे उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार की सुविधाएं नहीं मिल पातीं। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रामादीन अहिरवार के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मांग उठाई।