खलिहान के अंश भाग पर महेंद्र, शिव बालक, दोस्त मोहम्मद के द्वारा सरकारी भूमि खलिहान पर पक्की दुकानें बनाकर व्यावसायिक कार्य किया जा रहा था व गाटा संख्या 465 रकबा 0.470 हेक्टर सार्वजनिक प्रयोजन हेतु के अंश भाग पर रफीक अहमद के द्वारा पालेसर लगाकर व रमजान के द्वारा पक्का निर्माण करके अवैध कब्जा किया गया था।