लक्सर: लक्सर में अपने हाथों की कारीगरी से मिट्टी में जान डालने वाले कुम्हारों का पारंपरिक हुनर पहचान खोने के कगार पर
लक्सर में अपने हाथों की कारीगरी से मिट्टी में भी जान डाल देने वाले कुम्हारों का पारंपरिक हुनर अपनी पहचान खोने के कगार पर पहुंच गया है। हालत यह है कि कुम्हार बिरादरी के लोग अपने इस पुश्तैनी काम से रोज 5 सौ रुपए की दिहाड़ी तक नहीं कमा पा रहे हैं। मजबूरी में ये लोग दूसरा करोबार अपना रहे हैं। लक्सर क्षेत्र के खड़ंजा कुतुबपुर, मुंडाखेड़ा कलां, मुंडाखेड़ा खुर्द,