झाड़ोल में वीर योद्धा झालामान की मूर्ति और आसपास का गार्डन बदहाली का शिकार है। परिसर में कचरे के ढेर लगे हैं, सफाई और रखरखाव नदारद है। हैरानी की बात यह है कि समाज के बड़े-बड़े नेता होने के बावजूद हालात सुधारने की ठोस पहल नहीं हो पा रही। जिन वीरों ने समाज को गौरव दिया, उनकी स्मृतियों के साथ यह लापरवाही निंदनीय है।