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अंधेरी रातों में, तारे सब कैसे छिप गए ! गगन हवाओं का झोंका, बादल कैसे चीख रहे ! हुआ उजाला तो देखा ,आसमान में बादल छाए ! कहीं उजले बदल कहीं काले बादल,रंग बदली दुनिया हैं ! हुआ नया सवेरा है ,अब तू जग जा प्यारे मुन्ना ! - Samudrapur News