अंधेरी रातों में, तारे सब कैसे छिप गए !
गगन हवाओं का झोंका, बादल कैसे चीख रहे !
हुआ उजाला तो देखा ,आसमान में बादल छाए !
कहीं उजले बदल कहीं काले बादल,रंग बदली दुनिया हैं !
हुआ नया सवेरा है ,अब तू जग जा प्यारे मुन्ना !
2.2k views | Samudrapur, Wardha | Aug 7, 2025