नई सराय के सुरई मैदान में चल रही संगीतमई रामकथा के छठवें दिन सोमवार शाम 4 बजे जगतगुरु आचार्य देव मुरारी बापू ने भगवान श्री सीताराम जी के विवाह की कथा सुनाई। आचार्य देव मुरारी बापू ने कहा कि,पुष्प वाटिका में श्री राम और सीता का पहली बार मिलन हुआ। श्री राम को गुरु विश्वामित्र ने आशीर्वाद दिया इसलिए मनोरथ सफल हुआ वहीं दूसरीओर माता गौरी नेजानकी जी कोआशीष दिया था