डंडई प्रखंड के पचोर पंचायत में स्वरोजगार की एक नई और प्रेरणादायक मिसाल देखने को मिल रही है। यहां के ग्रामीण अब रोज़गार के लिए बाहर पलायन करने के बजाय अपने ही गांव में रहकर मत्स्य पालन को आजीविका का साधन बना रहे हैं। धरती आबा उत्कर्ष अभियान के तहत युवाओं को सिर्फ तीन दिनों का प्रशिक्षण देकर मत्स्य पालन के लिए तैयार किया जा रहा है, जिससे वे कम लागत में अच्छा..