माताओ , बहनो की आवाज़ भर्रा रही है, दिल रो रहा है।
सब निर्दलीय की अपील कर रही है कि लड़ो
राजनितिक दलों को बहनो और माताओ के आँसुओ से नही ब्रीफ़केस से मतलब है। जो जनता पे करोड़ो लुटायेगा उसको टिकट नही मिलेगा जो उसके 10% भी दिल्ली कोठी पे दे आएग।
Mawana, Meerut | Jan 12, 2022