श्वेते वृषे समारूढ़ा श्वेतांबर धरा शुचि:।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥
आपको <nis:link nis:type=tag nis:id=दुर्गाष्टमी nis:value=दुर्गाष्टमी nis:enabled=true nis:link/> की शुभकामनाएं!
माता अम्बे के अष्टम स्वरूप मां महागौरी से यही प्रार्थना कि भक्तों