बचपन खेलने-कूदने की उम्र है। बच्चोें के कोमल हाथों में किताब थमाएं, न कि औजार।
बच्चों को वक्त से पहले बड़ा न बनाएं। उनके सपनों को उड़ान भरने दें।
#बालश्रम, हिंसा और बाल तस्करी जैसे अपराधों की सूचना #Child - Dausa News
बचपन खेलने-कूदने की उम्र है। बच्चोें के कोमल हाथों में किताब थमाएं, न कि औजार।
बच्चों को वक्त से पहले बड़ा न बनाएं। उनके सपनों को उड़ान भरने दें।
#बालश्रम, हिंसा और बाल तस्करी जैसे अपराधों की सूचना #Child