मुज़फ्फरनगर: चरथावल में बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज, पिता के बाद 12 वर्षीय नैना ने मां को दी मुखाग्नि, दुखों का पहाड़ टूटा
कस्बा चरथावल में एक 12 वर्षीय बेटी ने बेटे होने का फर्ज निभाया है। कोरोना काल में मासूम नैना के पिता की मृत्यु हो गई थी तो अब बेचारी नैना पर उस समय दुखों का बाहर टूट गया जब उसकी माता का भी निधन हो गया। मासूम नैना घर में अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। एक बेटी द्वारा रीति-रिवाज से मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार करने का मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।