मांगरोल कस्बे में हो रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथा के दूसरे दिन व्यास पीठ पंडित महेंद्र कौशिक ने कथा का वाचन करते हुए कहा कि संसार में दो प्रकार के प्राणी सुखी है। एक तो आत्मज्ञानी और दूसरा अज्ञानी। विस्तार से बताया कि आत्मज्ञानी वह व्यक्ति जो हर समय प्रभु भक्ति में लिन होकर नाम लेता रहता है उसे संसार से कोई लेना देना नहीं है वह प्रभु के भजन....