राजी सब रैयत रहे, ताजी रहे सिपाहि।
छत्रसाल ता राज को, बार न बांको जाहि।।
शौर्य निर्भीकता और संघर्ष की प्रतिमूर्ति, बुंदेलखंड के शिवाजी के नाम से प्रख्यात, बुन्देल केसरी <nis:link nis:type=tag nis:id=महाराजा_छत्रसाल nis:value=महाराजा_छत्रसाल nis:enabled=true nis:link/> जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन।
211 views | Mandsaur, Mandsaur | May 22, 2023