संविधान पर हमला, देश पर हमला है। पिछले 9 सालों में लगातार देश के संविधान और लोकतंत्र पर केंद्र की सत्ता द्वारा हमला जारी है। अगर लोकतंत्र और संविधान पर हुई हमला जारी रहा तो फिर से एक बार गुलामी की बेड़ियां हम सबों को जकड़ लेगी।
संविधान पर हमला, देश पर हमला है। पिछले 9 सालों में लगातार देश के संविधान और लोकतंत्र पर केंद्र की सत्ता द्वारा हमला जारी है। अगर लोकतंत्र और संविधान पर हुई हमला जारी रहा तो फिर से एक बार गुलामी की बेड़ियां हम सबों को जकड़ लेगी। - Sidhaw News