क्या आपने कभी सोचा है कि फुटबॉल का एक किक समाज में बदलाव की लहर ला सकता है? जी हां, पन्ना के खेल के मैदानों से आज दिन शनिवार दिनाँक 20 दिसम्बर को शाम 5 बजे एक ऐसी ही गूंज सुनाई दी है, जहाँ बच्चों का मकसद सिर्फ गोल दागना नहीं, बल्कि 'स्वच्छता' और 'जल संरक्षण' का चैंपियन बनना है।